लखनऊ: शपथ… मैं आदित्यनाथ योगी ….ईश्वर की शपथ लेता हूं…कि, ….दरअसल, इन्ही शब्दों के साथ…सूबे की 22 करोड़ आवाम के फिर से निजाम बन गए योगी आदित्यनाथ…पहाड़ से पूर्वांचल और पूर्वांचल से संत साधना के साथ-साथ पार्लियामेंट तक पहुंचना…और फिर देश के सबसे बड़े सूबे का दूसरी बार सीएम बनना, किसी चमत्कार से कम नहीं है…और इस चमत्कार को रचने वाली शख्सियत का ही नाम है योगी आदित्यनाथ… उत्तर प्रदेश में साढ़े तीन दशक बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने सूबे में दोबारा सरकार बनाकर इतिहास रच दिया. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (Anandiben Patel) ने शुक्रवार लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेयी स्टेडियम (इकाना में) (Yogi Adityanath) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. इस दौरान मंच पर प्रधानमंत्री (Narendra Modi), गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah), कई केंद्रीय मंत्री और बीजेपी शासित राज्यों के सीएम मौजूद रहे।
योगी के इरादों ने नया इतिहास लिखा
गोरक्षपीठाधीश्वर महंत योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश का राजनीतिक इतिहास बदल दिया है. यूपी में 35 साल बाद किसी पार्टी को लगातार दूसरी बार बहुमत मिला है…इधर नए उत्तर प्रदेश की इबारत लिखने के लिए नई टीम भी तैयार की गई है…मंत्रिमंडल की इस टीम के लिए सुबह से मेल-मुलाकात, मीटिंग और मंथन का दौर जोरों से चलता दिखा…कई चौंकाने चेहरों के साथ सामाजिक संतुलन और सियासी समीकरण को साधते हुए केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक को डिप्टी सीएम बनाया गया है…वहीं 50 मंत्री भी इस नई सरकार में भागीदार बने हैं…यूपी में फिर से योगी युग का आगाज हो गया…इस ऐतिसाहिस समारोह में सियासी लोगों के साथ साथ…समाज के तमाम वर्ग और साधू-संत भी शामिल हुए…इस इबारत पर इतराते इकाना के साथ-साथ, जनता भी फूली नहीं समा रही है…।
नई सरकार का प्रण
राष्ट्रवाद, सुशासन, सुरक्षा और विकास…मुख्यमंत्री की ये वो महाशपथ है, जिसमें नए भारत का नया उत्तर प्रदेश बनाने का प्रण लिया गया है…ऐतिहासिक जीत और ऐतिहासिक शपथग्रहण के बाद, अब सरकार के कंधों पर उम्मीदों का भार भी पहले से ज्यादा है…सवाल यही है कि, नए प्रण और 2024 के रण पर अब आगे क्या होगा नई सरकार का रोडमैप?