सहारनपुर: देश प्रदेश की सियासत में हलचल मचाने वाले भीम आर्मी संगठन में ही हंगामा बरपा है. भीम आर्मी एकता मिशन के पदाधिकारियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन करके जानकारी दी कि, संगठन ने चंद्रशेखर आजाद, कमल वालिया, विनय रतन को संगठन से बाहर कर दिया गया है. ये लोग संगठन के सदस्य नहीं थे केवल मौखिक रूप से संगठन में शामिल किए गए थे.
‘संस्थापक सदस्य नहीं है चंद्रशेखर’
भीम आर्मी एकता मिशन के राष्ट्रीय सचिव विजय कुमार आजाद ने कहा है कि, चंद्रशेखर संगठन का संस्थापक सदस्य नहीं है. चंद्रशेखर केवल मौखिक सदस्य थे. वैसे भी हमारा संगठन कोई राजनीतिक संगठन नहीं ये सामाजिक संगठन है. संगठन का उद्देश्य हिंसा का नहीं बल्कि लोगों का आर्थिक और सामाजिक विकास है. संगठन की स्थापना 30 अप्रैल 2013 को हुई थी. इसका उद्देश्य गरीब बेसहारा लोगों की मदद करना है. संगठन अनाथ बच्चों के लिए आश्रम खोलता है. कमजोरों की मदद ककने के लिए हैं. 4000
‘चंद्रशेखर को हम परख नहीं पाए’
विजय कुमार का कहना है कि, हम लोग चंद्रशेखर को समझ नहीं पाए. आज सामने आने की इसलिए जरुरत पड़ी है क्योंकि, समता की बात नहीं हो रही समाज को बरगलाया जा रहा है. जिस आंदोलन के चलते युवा जेल गए वो चंद्रशेखर और विनय के नेतृत्व में था. इसमें जो युवा जेल गए उनको बाहर निकालने की जिम्मेदारी भी इन पर थी लेकिन ये लोग अब युवाओं की मदद नहीं कर रहे. मुजफ्फरनगर का एक युवा जेल गया तब कमल बालिया ने बयान दे दिया कि, ये लड़का भीम आर्मी का ही नहीं है. और तो और 70 लाख से ज्यादा पैसा इकट्टठा हुआ था उसका भी हिसाब नहीं दिया है.